मंगलौर : उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वित्हो डाले जा रहे हैं। मंगलौर सीट पर बसपा विधायक के निधन के बाद यह सीट खाली चल रही थी। जबकि, बदरीनाथ सीट लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के विधायक राजेंद्र भंडारी के भाजपा में शामिल होने बाद यह सीट खाली हो गयी थी। इस सीट की ख़ास बात यह है कि जो कुछ समय पहले तक कांग्रेस के विधायक थे, वो अब भाजपा के उम्मीदवार हैं।
उत्तराखंड : मंगलौर में हंगामा और पथराव, भारी सुरक्षा के बीच वोटिंग
मंगलौर विधानसभा सीट के लिब्बरहेडी के बूथ पर मारपीट और पथराव के बाद अब मतदान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हो पाया है। मामले की सूचना मिलते ही हरिद्वार प्रशासन यहां मौके पर पहुंचा। बूथ पर तैनात रुड़की सिविल लाइंस प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी का कहना है कि वह लिब्बरहेडी बूथ पर मौजूद हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं में लाठी-डंडे चले हैं जिसमें कुछ लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। मौके पर फोर्स तैनात की गई है।
मंगलौर विधानसभा सीट के लिब्बरहेडी के बूथ नंबर 53-54 नंबर पर बसपा और भाजपा के कार्यकर्ताओं में लाठी डंडे चल गए हैं। जिसमें कुछ कार्यकर्ता घायल हो गए। भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा जिसके बाद पुलिस ने सभी को खदेड़ा। भारी सुरक्षा बल के बीच मंगलौर में चुनाव कराया जा रहा है। सुबह से ही लोगों की भीड़ लगी है। बुजुर्ग मतदाता मतदान करने के बाद वोट का निशान दिखाकर खुशी जाहिर कर रहे हैं।
बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्र के सीमांत क्षेत्रों में पहली बार नौ हाई एल्टीट्यूड पोलिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं, जिनमें 17 गावों के 3838 मतदाता मतदान करेंगे। राज्य बनने के बाद से सामान्य रूप से विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों के दौरान शीतकाल में इन क्षेत्रों में स्थानीय मतदाताओं की ओर से प्रवास न किए जाने की स्थिति में उनके ग्रीष्मकालीन प्रवास वाले गांवों में मतदान की व्यवस्था की जाती थी।