गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के उर्गम घाटी के राजकीय इंटर कालेज जखोला तथा प्राथमिक विद्यालय पल्ला से स्थानांतरित शिक्षकों के स्थान पर शिक्षक भेजे जाने की मांग को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों को एक शिष्टमंडल जिला शिक्षा अधिकारी चमोली से मिला। उन्होंने विद्यालयों से बिना प्रतिस्थानी के शिक्षकों को भेजे जाने का विरोध किया गया है।
शिक्षक अभिभावक संघ के अध्यक्ष शंकर लाल, एसएमसी अध्यक्ष राकेश मोहन, भगत कनियाल का कहना है कि चमोली जिले के दूरस्थ क्षेत्र जखोला इंटर कालेज में वर्तमान समय में 135 छात्र अध्ययनरत है। यहां पर नौ शिक्षक तैनात थे। जिसमें से पांच शिक्षकों को इस सत्र में बिना प्रतिस्थानीय के अन्य विद्यालयों में स्थानांतरण हो गया है। ऐसे में इस विद्यालय को महज चार शिक्षकों के भरोसे छोड़ छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उनका कहना है कि यह विद्यालय काफी दूरस्थ ग्रामीण विद्यालय है यहां से यदि किसी छात्र को अन्य विद्यालय में अध्ययन के लिए जाना हो तो उसे जोशीमठ आना पड़ेगा जो अभिभावक के लिए काफी खर्चिला साबित होता है ऐसे में अभिभावकों के सामने अपने बच्चों का भविष्य भी अंधकारमय नजर आ रहा है। यही स्थिति प्राथमिक विद्यालय पल्ला की भी है यहां पर दो शिक्षक थे दोनों को अन्यत्र भेज दिया गया है अब यह विद्यालय शिक्षक विहिन हो गया है। ऐसे में यहां पढ़ने वाले छात्र कहां जाएं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर दोनों ही विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती नहीं की जाती है तो अभिभावकों और क्षेत्रीय जनता को आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा। इस मौके पर शंकर लाल, राकेश मोहन, भगत कनियाल, ललित किशोर, रोशनी नेगी, मनोज कुमार, संजय सिंह, सोबत सिंह, सुरेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।