कोटद्वार । जिला कांग्रेस कार्यालय कोटद्वार में 25 वां राज्य स्थापना दिवस पर जिलाध्यक्ष विनोद डबराल की अध्यक्षता में संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड स्थापना के 24 वर्ष हो गए हैं, लेकिन आज भी उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारियों के चिंतन और सपनो का उत्तराखंड नहीं बन पा रहा है और सरकारें राज्य की परिकल्पनाओं और जनता के सपनो को साकार करने में असक्षम साबित हुई हैं। राज्य के प्रमुख मुद्दों सशक्त भू कानून, मूल निवास, जंगली जानवरों का आतंक, बेरोजगारी, सड़कों की दुर्दशा, भ्रष्टाचार, पलायन आदि समस्याओं से जनता जूझते हुए आज भी सड़कों पर संघर्ष कर रही है, लेकिन वर्तमान सरकार आज जनमुद्दों से जनता का ध्यान भटकाते हुए धार्मिक उन्माद, सांप्रदायिकता, हिंदू मुस्लिम, मंदिर- मस्जिद की राजनीति करते हुए सत्तासीन हो रही हैं। जनता की मूल -भूत समस्याएं जस की तस हैं उत्तराखंड गठन के बाद पलायन तेजी से बढ़ा है, जिसके भयावह परिणाम भविष्य में सामने होंगे।
संगोष्ठी में बलबीर सिंह रावत, रमेश चंद्र खंतवाल, बीरेंद्र सिंह रावत, गोपाल सिंह गुसाईं, धर्मपाल सिंह बिष्ट, मो. स्वाले विमल बिष्ट, शैलेन्द्र सिंह, देवेंद सिंह नेगी, कुलवंत सिंह पुंडीर, मनोज रावत, हयात सिंह मेहरा, विनोद नेगी, कृपाल सिंह नेगी, प्रदीप नेगी, संदीप रावत, दीपक सिंह रावत, राम सिंह नेगी, भीमेंद्र सिंह पवांर, सुरेंद्र सिंह गुसाईं, पूरण चंद्र, बृजपाल बकरोला, दिगपाल सिंह आदि ने विचार रखे और संचालन बलबीर सिंह रावत ने किया।