हरिद्वार : जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने मंगलवार को विकास भवन सभागार में जिला योजना, स्टेट सेक्टर तथा केन्द्र पोषित व बाह्य सहायतित योजनाओं की विभागवार समीक्षा की। जिलाधिकारी ने निर्माण एजेंसियों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि निर्माण कार्यों को गुणवत्तायुक्त तथा समयबद्धता से पूर्ण किया जाये। जिन योजनाओं के टैण्डर अभी तक नहीं हुए हैं, उनकी टैण्डर प्रक्रिया के साथ ही सभी कागजी कार्यवाही सितम्बर माह के अन्त तक पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिनकी टैण्डर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, उनके वर्क ऑर्डर जारी किये जाये तथा कार्य शीघ्रता से प्रारम्भ किये जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि जिस योजना एवं मद में धनराशि आवंटित की गई है, उसी मद में धनराशि का सदुपयोग किया जाये। उन्होने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बजट का समय से सदुपयोग करते हुए खर्च किया जाये। बीस सूत्रीय कार्यक्रम के अन्तर्गत संचालित कार्यों में प्रगति लाई जाये तथा कार्यों में तेजी लाते हुए जनपद को सभी कार्यक्रमों में ए श्रेणी में लाया जाए।
जिला सेक्टर में (लाख रू0 में) 6735.59 में से 1320.85 व्यय किए, राज्य सेक्टर 38578.86 में से 15355.03 वयय किए, केन्द्र पोषित 33195.03 मे से 11115.20 व्यय किए तथा वाह्य सहायतित 5437.28 में से 377.91 व्यय किए जा चुके है। जिनका कुल योग 83946.76 लाख रू0 में से 25168.99 लाख रू0 व्यय किए जा चुके हैं अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष 59.69 प्रतिशत व्यय किए जा चुके हैं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, डीएफओ वैभव सिंह, परियोजना निदेशक केएन तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, जिला पंचायतराज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, जिला अर्थ संख्या अधिकारी नलिनी ध्यानी, सहा. अर्थ संख्याधिकारी सुभाष शाक्य सहित जनपद के विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।