रुड़की : देशभर से रेलवे ट्रैकों पर गैस सिलेंडर और लोहे के पाइप रखे जाने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। सबसे ज्यादा खबरें गैस सिलेंडर रखे जाने के ही रिपोर्ट किए जा रहे हैं। लेकिनन, अब ट्रेनों को डिरेल करने का मामला उत्तराखंड में भी सामने आया है। रुड़की में रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखा हुआ मिला, जिससे हड़कंप मच गया।
उत्तराखंड में लक्सर-रुड़की रेलवे ट्रैक पर ढंडेरा क्षेत्र में छावनी के पास भूछड़ी रेलवे से करीब 300 मीटर आगे शनिवार को सुबह पौने सात बजे तीन किलो का एक खाली गैस सिलिंडर मिलने से हड़कंप मच गया। ढंडेरा स्टेशन मास्टर ने सिलिंडर को कब्जे में ले लिया, जबकि GRP और कोतवाली पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
सुबह BCN मालगाड़ी के ड्राइवर ने रेलवे सुरक्षा बल को सूचना दी कि ट्रैक पर एक सिलिंडर पड़ा है। सुरक्षा बल पोस्ट लक्सर के कर्मी मौके पर पहुंचे। ट्रैक पर किलोमीटर 1553/1 अप लाइन के बीच तीन किलो का एक सिलिंडर पड़ा था।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, जिस जगह पर गैस सिलिंडर मिला, वहां पर रेलवे पटरी के एक ओर आर्मी एरिया की दीवार है। मौके पर पहुंची रेलवे की टीम ने सिलिंडर उठाया तो वह खाली था, जिसे स्टेशन मास्टर ढंडेरा ने अपनी सुपुर्दगी में रख लिया।
रुड़की रेलवे स्टेशन कई मायनों में उत्तराखंड के लिए अहम है। रुड़की रेलवे स्टेशन पर 80 से अधिक ट्रेनों का स्टॉपेज है। रुड़की रेलवे स्टेशन अति संवेदनशील श्रेणी में आता है। पूर्व में भी इसे उड़ाने की धमकी भरे पत्र मिल चुके हैं।
अब रुड़की रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर खाली गैस सिलिंडर मिलने से तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। चर्चा है कि यह कोई बड़ी साजिश भी हो सकती है। जीआरपी के अधिकारी साजिश से इनकार कर रहे हैं और मामले की गंभीरता से जांच करने की भी बात कर रहे हैं।
इसके अलावा रुड़की रेलवे स्टेशन की अहमियत इसलिए भी जरूरी मानी जाती है कि विश्व प्रसिद्ध आईआईटी कॉलेज, बीईजी सेंटर और विश्व प्रसिद्ध दरगाह पिरान कलियर में आने वाले लोग ट्रेनों से रुड़की रेलवे स्टेशन पर पहुंचते हैं। इसके अलावा कुंभ में भी रुड़की रेलवे स्टेशन की अहम भूमिका रहती है।