पौड़ी : जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान की अध्यक्षता में एनआईसी कक्ष में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1905 व मुख्यमंत्री जन समर्पण पोर्टल की शिकायतों के निस्तारण के संबंध में शुक्रवार सांय को समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। जिलाधिकारी ने ऐसे विभाग जिनकी 36 दिन से अधिक समय की शिकायतें लंबित हैं उनको सक्त चेतावनी देते हुए तत्काल शिकायतों के त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिये। वहीं पेयजल निगम कोटद्वार द्वारा 36 दिन से अधिक समय से सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निस्तारण नहीं किये जाने पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता पेयजल निगम कोटद्वार के वेतन रोकने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शिकायतों का निस्तारण कर संबंधित शिकायतकर्ता से उसकी जानकारी भी दें। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अधिकारी हर सप्ताह पोर्टल अवश्यय खोले और पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का उसी समय निस्तारण करें। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में L1 में 383 व L2 में 72 शिकायतें दर्ज हैं।
जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री जन समर्पण पोर्टल की समीक्षा करते हुए हुए सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि तहसील स्तर पर लंबित समस्याओं का तत्काल निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि तहसील दिवस व बीडीसी बैठक में जो समस्या आमजनमानस द्वारा रखी जाती है उनका निस्तारण मौके पर ही करें। मुख्यमंत्री जन समर्पण पोर्टल में तहसील स्तरों पर इसी वर्ष 26 कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें 320 शिकायत दर्ज हुई जबकि 293 शिकायतों का निस्तारण हो चुका है व शेष शिकायतों पर निस्तारण की कार्रवाई की जा रही है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र सेठ, अधीक्षण अभियंता पेयजल मोहम्मद मीशम, पीडी डीआरडीए विवेक कुमार उपाध्याय, मुख्य शिक्षा अधिकारी नागेंद्र बर्तवाल, मत्स्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा, स्वजल अधिकारी दीपक रावत सहित उपजिलाधिकारी व अन्य विभागों के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।