देहरादून। गढ़वाल की वीरांगना तीलू रौतेली की जयंती पर महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा बेहतर काम करने वाली 13 महिलाओं को जहां तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया है,तो वहीं 33 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी इस दौरान सम्मानित किया गया, कोन थी तीलू रौतेली और क्यों उनके नाम से ये आवर्ड दिए जाते है,पढ़िए पूरी खबर।
उत्तराखंड सरकार हर साल तमाम क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित करती है. 8 अगस्त को वीरांगना तीलू रौतेली का जन्म हुआ था. उनकी याद में हर साल उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को जिलावार तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है,तीलू रौतेली पुरस्कार क्यों दिए जाते हैं और तीलू रौतेली कोन है,पहले ये जान लेते है,आपको बतादे की तीलू रौतेली गढ़वाल की वीर नारी होने की एक कहानी है,जिन्होंने 15 साल की उम्र में रणभूमि में उतर गई थी,और अपनी बहादुरी के चलते 22 साल की उम्र में तीलू रौतेली 13 गढ़ो पर विजय हासिल कर ली,और कत्यूरी राजाओं को कड़ी टक्कर दी,और अंत में अपने प्राणों की आहुति देकर वीरगति को भी प्राप्त हो गयी,लेकिन उनकी बहादुरी के चर्चे इतिहास के पन्नो में हमेशा हमेशा के दर्ज हो गए,और उनकी बहादुरी को देखते हुए अब उत्तराखंड का महिला एवं बाल विकास विभाग हर साल प्रदेश की बहादुर महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित करता है।
साल 2023-24 के लिए चयनित 13 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से आज महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य के द्वारा सम्मानित किया गया.साथ ही बेहतर काम करने वाली 32 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया. तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित 13 वीरांगनाओं में गढ़वाली लोकगायन के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाली डॉ माधुरी बड़थ्वाल, सामाजिक क्षेत्र में गीता गैरोला, शकुंतला दताल और रीना उनियाल, साहित्य के क्षेत्र में सोनिया आर्या, खेल के क्षेत्र में प्रीति गोस्वामी, नेहा देवली, संगीता राणा, अंकिता ध्यानी और पैरा बैडमिंटन में ननदीप कौर को सम्मानित किया गया. इसी तरह साहसिक कार्य के लिए विनीता देवी, हस्तशिल्प के क्षेत्र में नर्मदा देवी रावत के साथ ही विज्ञान के क्षेत्र में सुधा पाल को वित्तीय वर्ष 2023-24 के तहत तीलू रौतेली पुरस्कार से समानित किया गया.इसी क्रम में साल 2023-24 के लिए चयनित 13 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया.समान पाने वाले सभी महिलाओं को 51 – 51की राशि भी प्रदान की गई। सम्मान पाने वाली सभी महिलाओं को महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने अपनी तरफ से शुभकामनाएं भी दी। महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा सम्मानित की गई सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां और तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित 13 महिलाओं ने विभाग का भी आभार व्यक्त किया।
पहाड़ की महिलाएं पहाड़ों जैसा हौसला रखती है और यही वजह है कि तीलू रौतेली की वीरगाथाओं से प्रेरित महिलाएं आज अलग-अलग क्षेत्र में अपने जज्बे से हर किसी को हैरान करती हैं और ऐसी ही प्रतिभाओं को तरसते के लिए हर साल तीलू रौतेली पुरस्कार भी दिया जाता है।