जिले में कृषि एवं बागवानी के साथ ही भेड़-बकरी पालन जैसे पारंपरिक क्षेत्रों को आगे बढाने पर विशेष ध्यान दें बैंक – डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट

उत्तरकाशी : जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिला पुनरीक्षण समिति एवं जिला परामर्शदात्री समिति की बैठक में बैंकों को जिले के सामाजिक-आर्थिक विकास में बढ-चढ कर योगदान करने की अपेक्षा करते हुए कहा है कि बैंकों को जिले में खेती-बागवानी व पशुपालन के परांपरागत सेक्टर को प्रोत्साहित करने के साथ ही पर्यटन एवं तीर्थाटन से संबंधित संभावनाशील क्षेत्रों को तेजी से आगे बढाने के लिए अपनी भूमिका का बेहतर ढंग से निर्वाह करना चाहिए।
बैंकर्स एवं जिला प्रशासन के संयुक्त फोरम जिला पुनरीक्षण समिति एवं जिला परामर्शदात्री समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि बैंकों को तेजी से उभरते सर्विस सेक्टर सहित विभिन्न संभावनाशील व्यवसायों के लिए लोगों को अधिकाधिक ऋण उपलब्ध कराने पर ध्यान देने के साथ ही औपचारिकताओं एवं प्रक्रियाओं को आसान बनाना चाहिए। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में कृषि एवं बागवानी के साथ ही भेड़-बकरी पालन जैसे पारंपरिक क्षेत्रों को आगे बढाने पर बैंक विशेष ध्यान दें।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन के द्वारा स्थानीय उत्पादों, हस्तशिल्प एवं अन्य उत्पादों के विपणन के लिए महिला समूहों को प्रोत्साहित कर उनके लिए यात्रा मार्गों पर हाट बाजार उपलब्ध कराने की शुरूआत की गई है। बैंकों को भी ऐसे प्रयासों में अधिक सहयोग करना चाहिए। पर्यटन व तीर्थाटन से संबंधित व्यावसायिक गतिविधियों, नगरों, कस्बों एवं पर्यटन गंतव्यों के मध्य आंतरिक परिवहन व्यवस्था जैसे क्षेत्रों को बढावा देकर बैंक स्थानीय लोगों के लिए आजीविका संवर्द्धन एवं स्वरोजगार के अवसर बझाने के साथ ही देशभर से आने वाले पर्यटकों व तीर्थयात्रियों को भी बेहतर सुविधा व सेवा प्रदाता जुटाने का भी अहम काम कर सकते हैं। इससे स्थानीय आर्थिकी को संबल मिलने के साथ ही बैंकों के व्यवसाय में भी उल्लेखनीय सुधार होगा। जिलाधिकारी ने बैंक ऋणों की नियमित वसूली करने की अपेक्षा करते हुए कहा कि राजस्व विभाग को भेजे जाने वाली आरसी के सापेक्ष वसूली की प्रगति की समीक्षा के लिए अगली बैठक में उपजिलाधिकारियों को भी बुलाया जाय।
बैठक में जिलाधिकारी ने बैंको को दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों तक अपनी वित्तीय सेवाएं व बैंकिंग सुविधाएं बढाने पर जोर देते हुए कहा कि निजी क्षेत्र के बैंक भी इस तरफ पर्याप्त ध्यान दें। जिलाधिकारी ने ब्रह्मखाल में एटीएम को शीघ्र सुचारू करने के साथ ही जानकीचट्टी, नेताला सहित अन्य प्रमुख यात्रा पड़ावों में एटीएम की सुविधा उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। 
बैठक में विभिन्न योजनाओं के तहत बैकों की प्रगति, वित्तीय समावेशन, ऋणों के वितरण व वसूली के बारे में भी विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में बीमा कंपनियों को पशुओ का बीमा तत्परता से करने के निर्देश दिए गए।  बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एस.एल.सेमवाल, लीड बैंक प्रबंधक राजीव कुमार, मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. डी.के. तिवारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विवेकानंद सती, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र शैली डबराल, वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक उरेडा रॉकी कुमार,  जिला पर्यटन अधिकारी के.के. जोशी, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधीर जोशी, वरिष्ठ प्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक बीएन सिंह, निदेशक आरसेटी अमित लाल सहित विभिन्न बैंकों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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