गौ सेवा आयोग एवं नगर निगम कोटद्वार की पहल से निराश्रित गौवंश को मिलेगा आसरा, काशीरामपुर तल्ला में हुआ गौशाला का उद्घाटन, गौधाम महातीर्थ पथमेड़ा करेगा गौशाला का संचालन एवं निराश्रित गौवंश की सेवा

 कोटद्वार : कोटद्वार में निराश्रित गौवंश को लेकर कोटद्वार नगर निगम और उत्तराखंड गौ सेवा आयोग ने बड़ा कदम उठाया है। नगर आयुक्त वैभव गुप्ता और गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. पंडित राजेंद्र अंथवाल द्वारा पिछले लंबे समय से किए जा रहे प्रयासों के बाद अब निगम की काशीरामपुर तल्ला स्थित गौशाला का संचालन गौधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा किया जायेगा। जिसका शुभारंभ आज क्षेत्रीय विधायक एवं विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. पंडित राजेंद्र अंथवाल, पथमेड़ा के उत्तराखंड प्रभारी संत गोपेश कृष्ण दास, रविंद्र आनंद सरस्वती, गौवत्स अश्वनी शर्मा और नगर आयुक्त वैभव गुप्ता की मौजूदगी में हुआ।

उत्तराखंड सरकार गौवंश के लिए बड़े स्तर पर कार्य कर रही है. प्रदेश में निराश्रित गौवंश को आसरा देने के लिए जगह जगह गौशाला खोली जा रही है. उत्तराखंड राज्य गो सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. पंडित राजेन्द्र अंथवाल लगातार गौवंश को लेकर बड़े सक्रिय नजर आते हैं और उनके द्वारा प्रदेश में लगातार बैठक कर अधिकारियों को निर्देशित भी किया जाता रहा है.

आपको बताते चले कि गौधाम महातीर्थ पथमेड़ा के द्वारा विश्व की सबसे बड़ी गौशाला का संचालन किया जाता हैं. जहाँ 02 लाख से ज्यादा गौवंश की देखरेख की जाती है। ऐसे मे गौवंश को भोजन और दवाइयों के साथ ही अन्य सुविधाएं और ज्यादा बेहतर ढंग से मिल पाएगी। नगर निगम कोटद्वार की इस गौशाला में घायल गौवंश का उपचार भी किया जा रहा है। जिसमे कड़क पहाड़ी ग्रुप के सदस्यों का भी बड़ा योगदान रहा है।

क्षेत्रीय विधायक एवं विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने संबोधन में कहा कि कोटद्वार की सड़कों पर निराश्रित और बेसहारा घूम रहे गौवंश को शीघ्र ही इस गौशाला में रखा जाएगा। नगर आयुक्त वैभव गुप्ता ने कहा कि काशीरामपुर तल्ला में नगर निगम कोटद्वार की ओर से बनाई गई गौशाला का संचालन राजस्थान में गौशाला चलाने वाली संस्था गौधाम महातीर्थ पथमेड़ा को सौंपा गया है। गौशाला में लगभग ढाई सौ गौ वंशों के रखने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि गौशाला में गायों की सेवा के साथ ही बीमार गायों का उपचार भी किया जाएगा। इस दौरान यहां मुक्तिधाम, काली माता मंदिर के नजदीक बनाई गई गौशाला में गौ सेवा कर रहे गोपाल अग्रवाल को सम्मानित भी किया। नगर आयुक्त वैभव गुप्ता ने बताया की गौवंश से जुड़ी समस्याओ को लेकर जिलास्तरीय कमेटी द्वारा जिस संस्था से अनुबंध किया गया था उसका अनुबंध खत्म होने के बाद अब पथमेंड़ा संस्था से अनुबंध किया गया है। जिसमे गौशाला निर्माण के साथ ही बिजली, पानी की सुविधा निगम द्वारा दी जाएगी और संचालन संस्था द्वारा किया जायेगा।

अध्यक्ष पंडित राजेंद्र अंथवाल ने सभी पशु पालकों से अपील की है की वो अपने जानवरों को खुले में असुरक्षित न छोड़े, ऐसे मे या तो जानवर किसी दुर्घटना का शिकार हो सकते है या फिर उनके द्वारा किसी दूसरे को घायल किया जा सकता है। गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. पंडित राजेंद्र अंथवाल ने कहा कि गौ माता की सेवा सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। सभी देवी देवताओं का वास गोमाता में होता है। ऐसे में सामाजिक रूप से सभी को मिलजुल कर गो सेवा के प्रति अपना धर्म निभाना चाहिए। गो सेवा के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति सभी को अपनी जिम्मेवारी निभानी चाहिए। गो सेवा के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति सभी को अपनी जिम्मेवारी निभानी चाहिए। अपने जीवन की विभिन्न खुशियों के पलों को हमें गायों की सेवा कर बिताना चाहिए जिससे हम दूसरे लोगों के लिए प्रेरणा बन सके। उन्होंने कहा कि गायों की सेवा करने से बड़ा कोई पुण्य का काम नहीं है।

कार्यक्रम में उपाध्यक्ष जिला पशु क्रूरता निवारण समिति जनपद हरिद्वार गोवत्स अश्विनी शर्मा ने कहा गौ सेवा एक पुनीत कार्य है। भारत में वैदिक काल से ही गाय का महत्व रहा है। गाय का दूध, गोमूत्र और गोबर बहुगुणी है। गौ संवर्धन के पीछे सांस्कृतिक, वैज्ञानिक एवं सामाजिक कारण भी है। उन्होंने कहा कि गाय के दूध, मख्खन, घी एवं गोबर एवं मूत्र से बडी से बडी बीमारियों का इलाज हो रहा है। गाय के गोबर से जैविक खेती कर आर्थिकी को सुदृढ करने के साथ ही देश को खुशहाल बनाया जा सकता है। उन्होंने सभी से गौ, गंगा और गाय के संरक्षण करने की बात कही।

इस मौके पर सहायक नगर आयुक्त चन्दशेखर शर्मा, सफाई निरीक्षक सुनील कुमार समेत नगर निगम के अन्य अधिकारी-कर्मचारियों में अरशद, असलम व भाजपा के कई नेता मौजूद रहे।

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