हरिद्वार : विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत जनपद हरिद्वार के विभिन्न आंगनवाड़ी केद्रों पर किशोरियों और महिलाओं के द्वारा स्तनपान विषय पर आयोजित पेंटिंग और मेहंदी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया गया तथा प्रतियोगिता में महिलाओं और बालिकाओं ने इस सप्ताह में पड़ने वाले त्योहारों को भी इसमें शामिल करते हुए महंदी लगाई। बच्चों को स्तनपान कराने के सही तरीके और फायदे की जानकारी दी जिससे बच्चो का सही विकास हो व बच्चे स्वस्थ्य रहे।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल ने कहा कि नवजात शिशुओं के लिए मां का दूध अमृत के समान है। मां का दूध शिशुओं को कुपोषण व अतिसार जैसी बीमारियों से बचाता है। स्तनपान को बढावा देकर शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है। शिशुओं को जन्म से छह माह तक केवल मां का दूध पिलाना चाहिए। जन्म के एक घंटे के अंदर नवजात शिशु को मां का पहला गाढ़ा दूध पिलाना चाहिए। मां का पहला दूध पोषण से भरपूर होता है। यह दूध कई रोगों से बचाता है व शिशु को कई प्रकार की रोगों से लडने में शक्ति प्रदान करता है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल ने बताया कि स्तनपान कराने वाली माता को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए । प्रतिदिन संतुलित आहार जैसे अनाज, हरी सब्जियां, फल इत्यादि उचित मात्रा में अपने आहार में लेनी चाहिए तथा डॉक्टर की सलाह पर विटामिन व खनिज लवण की गोलियां भी खानी चाहिए ।